भारत के प्रधानमंत्री ने बताया था कि 15 अगस्त को विश्वकर्मा स्कीम का शुभारंभ होगा। इस स्कीम के लिए 13-15 हज़ार करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। यह एक प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना है जिसका उद्देश्य देश के जरूरतमंद और ग़रीब लोगों की सहायता करना है। सरकार ने इस योजना को मंजूरी दी है और इससे पारंपरिक कौशल रखने वाले लोगों को लाभ मिलेगा।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना क्या है ?
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) एक सरकारी योजना है जिसका उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना का मुख्य लक्ष्य है कि कारीगरों और शिल्पकारों के पास उच्च गुणवत्ता वाली योग्यता होने के साथ-साथ उन्हें उद्यमिता और आत्मनिर्भरता के लिए आवश्यक संसाधन भी प्राप्त हों।
यह योजना मंत्रालय के तत्वों, और कारीगरों को प्रशिक्षण करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान करने के माध्यम से समाज के विभिन्न श्रेणियों को लाभ प्रदान करती है।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के क्या लाभ हैं ?
- कारीगरों और शिल्पकारों को 3 लाख रुपए तक का कोलैटरल-फ्री लोन प्रदान किया जाता है, जिसमें ब्याज दर 5% प्रति वर्ष होती है।
- योजना के अंतर्गत कारीगरों को स्किल ट्रेनिंग, मार्केट लिंकेज सपोर्ट, और डिजिटल ट्रांजैक्शन करने पर इंसेंटिव भी प्रदान किए जाते हैं।
- यहां तक कि शिल्पकारों को उद्योग में भाग लेने के लिए कारखानों, कार्यशालाओं, और कार्यस्थलों की आवश्यकतानुसार सहायता दी जाती है।
पीएम विश्वकर्मा योजना का किन्हें मिलेगा लाभ
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना का लाभ उन जरूरतमंद और ग़रीब कारीगरों को मिलेगा जैसे :-
- कार्पेंटर,
- नाव बनाने वाला
- अस्त्र बनाने वाला
- लोहार
- ताला बनाने वाला
- घर निर्माण करने वाला,
- राजमिस्त्री
- इलेक्ट्रिशियन,
- नक्काशी करने वाला,
- दर्जी
- मूर्तिकार
- मोची नाई
- स्वयं का व्यापार चलाने वाला शिल्पकार आदि।
इसके लिए आपको नजदीकी सूक्ष्म, लघु, और मध्यम उद्योग मंत्रालय के मुख्यालय या उनके वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आपके द्वारा दिए गए आवेदन के बाद आपके दस्तावेज के अप्रूवल और वेरिफिकेशन के बाद पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत रजिस्टर कर लिया जाता है।
पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए पात्रता मापदंड निम्नलिखित हैं
1. नागरिकता: आवेदक को भारतीय नागरिक होना आवश्यक है।
2. आयु: आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
3. विरासत: आवेदक को किसी पारंपरिक कारीगर या शिल्पकार की विरासत से होना चाहिए। इससे प्रमाणित किया जा सकता है कि वह विश्वकर्मा समुदाय से संबंधित है।
4. व्यवसाय: आवेदक को कोई व्यवसाय होना चाहिए। यह साबित करना होगा कि उनके पास कारीगरी का अनुभव और योग्यता है।
यदि आपके पास इन सभी पात्रता मापदंडों को पूरा करने का प्रमाण है, तो आप पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभार्थी बन सकते हैं।
विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना में अप्लाई कैसे करें
पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
1. ऑफिशियल वेबसाइट पर पहुंचें : अगर आप पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपको ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। यदि आपके पास इंटरनेट सुविधा नहीं है, तो आप नजदीकी CSC (सामान्य सेवा केंद्र) पर जाकर भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। प्रतिलिपि प्रतिस्थापन हिंदी में
2. आवेदन पत्र भरें : वेबसाइट पर मौजूद आवेदन पत्र को सही और पूरा भरें। आवश्यक विवरण और दस्तावेजों को भी अच्छी तरह से प्रस्तुत करें।
3. दस्तावेजों की प्रमाणित प्रतियां अपलोड करें : निर्दिष्ट दस्तावेजों की सत्यापन प्रतियां (जैसे कि आय प्रमाण पत्र, जन्मतिथि प्रमाण पत्र, व्यवसाय संबंधित दस्तावेज आदि) आवेदन के साथ अपलोड करें।
4. आवेदन की सत्यापन करें : अपने आवेदन को पूरी तरह से सत्यापित करें और सुनिश्चित करें कि सभी विवरण और दस्तावेजों के साथ सही हैं।
5. आवेदन जमा करें: आवेदन पत्र को समय पर जमा करें, या जहां आवेदन प्रक्रिया संबंधित है (DIC या बैंक), वहां जमा करें।
6. सत्यापन और अनुसरण : आपका आवेदन सत्यापित किया जाएगा और आपको योजना के अनुसार अनुसरण किया जाएगा।
इन निर्देशों के अनुसार पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं। कृपया अपने जिले या क्षेत्र की पीएम विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट चेक करें और वहां प्राप्त निर्देशों का अपनान करें।
पीएम विश्वकर्मा योजना में लोन कैसे लें
यदि आप पीएम विश्वकर्मा योजना में लोन के लाभार्थी बनना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको योजना के अंतर्गत पंजीकरण करना होगा। आप भारत सरकार की वेबसाइट पर जाकर योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
(नोट: दी गई जानकारी सामान्य ज्ञान पर आधारित है और भिन्न हो सकती है। सटीक और अद्यतन पात्रता विवरण के लिए आधिकारिक सरकारी वेबसाइट या संबंधित स्रोतों को देखना उचित है।)